चारदीवारी के अंदर

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         चारदीवारी के अंदर         


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शीर्षक - चारदीवारी के अंदर


शीर्षक : चारदीवारी के अंदर
विधा : कविता

चारदीवारी में सुरक्षा अपनों का अपनापन है 
सुख-दुख बाँटते मिलकर,अपना वृंदावन है  

सुख-चैन  है  इसमे  इसी  में चारों धाम हैं 
सारी दुनिया घूम लो इसके जैसा न  स्थान है

माँ-बाप की दुआ इसमें भाई बहन का दुलार
दुनिया की भूखी नज़रों से बचने का सहार है

इसकी दहलीज जो लाँघी सच से सामना होगा
दुनिया की बेशर्मी,बेरहमी से जूझना होगा

जब तक रहें घर की बातें चारदीवारी के अंदर
तब तक पाए मान वो घर, एकता की मिसाल है 

हर आँख का सपना चारदीवारी और इक छत
रूखा-सूखा खाकर भी मिलता यहांँ अमृत है 

Writer : Ritu Vemuri




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